तपोवन के होटल अंटालिया पर अधिकारी मेहरबान। सीलिंग के आदेश पर नहीं हो रही कार्रवाई।


ऋषिकेश
जनपद टिहरी के तपोवन क्षेत्र में जिला विकास प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए और एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाकर बनाए गए होटल अंटालिया पर अधिकारी मेहरबान दिखाई दे रहे हैं। यही वजह है कि अभी तक सीलिंग के आदेश जारी करने के बाद भी जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारी होटल अंटालिया पर सीलिंग की कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
बता दे कि तपोवन में गंगा किनारे बिना मानचित्र पास कराए कई मंजिल का होटल अंटाल्या खड़ा कर दिया गया है। नियम अनुसार जिला विकास प्राधिकरण की कार्रवाई नहीं होने से प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे की योजना को भी यह होटल पलीता लगा रहा है। इस होटल की शिकायत जिला विकास प्राधिकरण में की जा चुकी है। फिर भी अभी तक अवैध रूप से बन रहे होटल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। खास बात यह है कि पहले हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने बिना नक्शा पास कराए बन रहे होटल को ध्वस्त करने के आदेश जारी किए थे। जबकि जिला विकास प्राधिकरण टिहरी की टीम ने होटल को सील करने के आदेश जारी किए हुए हैं। फिर भी अभी तक होटल पर कोई भी सीलिंग की कार्रवाई नहीं हुई है। होटल के नक्शा को लेकर संचालक ने गढ़वाल आयुक्त के दफ्तर में फाइल पहुंचाई है। जो फिलहाल धूल फांक रही है। जानकारों का कहना है कि होटल अंटालिया का नक्शा किसी भी रूप में पास नहीं हो सकता। दिलचस्प यह है कि मामला संज्ञान में होने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से जिला विकास प्राधिकरण की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग जिला विकास प्राधिकरण पर मिलीभगत और धनबल के दबाव में साठगांठ करने का आरोप भी लगा रहे हैं। मामले में लोगों को टिहरी जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पिसी दुमका से उम्मीद है कि वह जल्द ही अवैध रूप से बने होटल अंटालिया पर कार्रवाई करेंगे।