लखनऊ
“रामायण मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के चरित्र मात्र की रचना नहीं है बल्कि असंभव को संभव करने के संदेश का प्रसार भी है”
महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामाजिक समरता का संदेश दिया। राजधानी लखनऊ में आदि कवि महर्षि वाल्मीकि एवं कृष्ण भक्त मीराबाई की जयंती भव्य रूप में मनाई गई। शहर के लोकप्रिय विधायक डॉ नीरज बोरा ने अपने पिता स्वर्गीय श्री डी पी बोरा की 85वीं जयंती के अवसर पर एक वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया।

कार्यक्रम में मातृशक्ति वंदन के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 1500 मातृशक्तियों का सम्मान किया गया। विशिष्ठ योगदान के लिए चिकित्सा क्षेत्र से सुश्री डॉ. चंद्रावती संगीत से सुनीता झींगरां, शिक्षा से शालिनी, साहित्य से पद्मश्री डॉ.विद्या बिंदु सिंह, समाज सेवा से दृष्टि संस्था की श्रीमती शालू सिंह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल रहे। महापौर सुषमा खर्कवाल,राज्यसभा सांसद डॉ दिनेश शर्मा ,राज्यसभा सांसद बृजलाल , विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान ,इंज.अवनीश सिंह व अनेक पार्षद शामिल रहे।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अंतर्राष्ट्रीय हास्य कवि सर्वेश अस्थाना का एकल काव्य पाठ रहा।अपनी कालजयी रचना “राम पर कविता बनाऊंगा” से कवि ने मुख्यमंत्री सहित संपूर्ण सभागार को भावुक कर दिया।मुख्यमंत्री ने आदि कवि की जयंती पर एक सामयिक कवि के सामाजिक विसंगतियों के उद्धृत करने को सुखद संयोग बताते हुए इसको समाज की सांगठनिक शक्ति का उदाहरण बताया।