अर्धनग्न मिले आशा देवी के शव की सुलझी गुत्थी। सिर पर पत्थर से वार और गला दबाकर हुई हत्या। पुलिस और एसओजी ने मुठभेड़ में हत्यारे को पकड़ा। देसी तमंचा, जिंदा कारतूस, दो खोखे, बाइक बरामद।

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ऋषिकेश
ऋषिकेश में आईडीपीएल चौकी क्षेत्र अंतर्गत लेबर कॉलोनी के जंगल के पास अर्धनग्न मिले आशा देवी के शव की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। आशा देवी को सिर पर पत्थर से वार कर और गला दबाकर मौत के घाट उतारा गया है। पुलिस और एसओजी की टीम ने पहचान करने के बाद हत्यारे को देहरादून रोड स्थित सात मोड़ के निकट से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ में हत्यारे ने पुलिस पर एक राउंड फायर किया है। जबकि पुलिस ने दो राउंड फायर कर हत्यारे के पैर में गोली मारी है। हत्यारा ऋषिकेश कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। जिसके खिलाफ 28 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। मामले का खुलासा एसपी देहात जया बलूनी ने किया। उन्होंने बताया कि बदमाश और हत्यारे की पहचान संजय गुसाईं कुम्हारवाड़ा ऋषिकेश के रूप में हुई है। बदमाश अभी अस्पताल में भर्ती है। मुठभेड़ के दौरान बदमाश के कब्जे से एक देसी तमंचा, एक जिंदा कारतूस, दो खोखे और एक बाइक बरामद हुई हैं।
पूछताछ में बदमाश ने बताया कि उसकी पहचान आशा देवी से 22 दिसंबर को कुमारवाड़ा में हुई थी। इस दौरान उसने झाड़ फूंक वाले बाबा का पता पूछा और वह उसे अपने साथ डोईवाला ले गया। वहां कोई झाड़ फूंक वाला बाबा नहीं मिला तो वह वापस आ गया। शाम को आशा देवी ने उसे फिर फोन किया और वह दोनों रायवाला गए। जहां से उन्होंने देसी शराब और मीट खरीदा। लेबर कॉलोनी के निकट दोनों ने खाली प्लॉट में बैठकर शराब पी और मीट खाया। इस दौरान उन दोनों की किसी बात पर बहस हो गई। उसने आशा देवी को धक्का दे दिया। गड्ढे में गिरने के दौरान सिर पर पत्थर लगा और आशा देवी लहूलुहान हो गई। डर की वजह से उसने पत्थर से आशा देवी के सिर पर कई वार किये और उसे गला दबाकर मार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद वह जालंधर पंजाब अपनी बहन के घर चला गया। आज वह किसी काम से देहरादून के रास्ते ऋषिकेश आ रहा था। रास्ते में चेकिंग के दौरान उसने पुलिस को देखा और डर की वजह से वापस भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो उसने पुलिस पर देसी तमंचे से फायर किया।